आज श्रम विभाग ने अमेरिका के लिए पीपीआई डेटा की रिपोर्ट जारी की जो उत्पादक मूल्य सूचकांक है और जो उत्पादकों द्वारा बेचा जानेवाला तैयार माल और सेवाओं की कीमत में परिवर्तन को मापता है। यह उपभोक्ता मुद्रास्फीति के एक प्रमुख संकेतक के रूप में माना जाता है क्योंकि जब उत्पादक वस्तुओं और सेवाओं पर अतिरिक्त प्रभार लगाते हैं तो उच्च लागत उपभोक्ता पर डाल दिया जाता है। श्रम विभाग द्वारा आंकड़ों के रिपोर्ट के मुताबिक, उत्पादक मूल्य सूचकांक में 0.4% की वृद्धि हुइ जो जून के बाद से सबसे बड़ा लाभ है लेकिन .5% के अर्थशास्त्रियों की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाइ। पेट्रोल और तंबाकू की उच्च लागत के कारण अमेरिका के थोक मूल्यों में तीन महीनों में पहली बार दिसंबर में वृद्धि हुइ . कोर पीपीआई जिसमें अस्थिर खाद्य और ऊर्जा शामिल नहीं है में 0.3% की वृद्धि हुइ अर्थशास्त्रियों के 0.1% की वृद्धि को पीछे छोड़ते हुए। वर्ष 2014 में थोक मूल्यों में 1.2% की वृद्धि हुइ और मुख्य सूचकांक में 1.4% की वृद्धि हुइ अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर मुद्रास्फीति के दबाव का कोई संकेत नहीं दिखाते हुए। डालर अपने प्रमुख समकक्षों के खिलाफ मजबूत हो गया। सोना ने भी अपने लाभ में छंटनी की।