(छवि स्रोत: जीरोहेज डॉट कॉम) सीबीओ (कांग्रेस के बजट कार्यालय) के अनुसार, न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने से वर्ष 2016 तक देश में कुल रोजगार में लगभग 0.3 प्रतिशत या 500000 श्रमिकों की कमी होगी। दूसरी ओर, रिपोर्ट यह भी इंगित करता है कि न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने से 900,000 कामगारों को गरीबी से बाहर ले जाएगा और कम मजदूरी वाले श्रमिकों की अनुमानित आय को 165 लाख का बढ़ावा देगा। राष्ट्रपति और कांग्रेस के डेमोक्रेट $7.25 की वर्तमान दर से प्रति घंटे $10.10 तक संघीय न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के रिपब्लिकन ने जोरदार रूप से न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने के विचार का विरोध किया है।